यह भी पढे- सवामी विवेकानंद के अनमोल वचन रामायण के अनमोल विचार -रामायण हिंदू धर्म का एक ऐसा ग्रंथ है जो हमारे जीवन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है । इस शाश्त्र में राम नाम का चरित्र का वर्णन बहुत ही आदर्श पुरुष का रूप दर्शाया गया है। आज हम आपके साथ रामायण के अनमोल वचन शेयर करेंगे जिनको पढ़कर आप भी अपने जीवन को बदल सकते हैं । ऐसे विचार आपके व्यक्तित्व को आशावादी चरित्र का निर्माण करेंगे।
हमारे हिंदू धर्म में रामायण ग्रंथ श्री राम के आदर्श जीवन पर आधारित है। रामायण के अनुसार राम का चरित्र रामायण में कुछ इस प्रकार दिखाया गया है, हर दंपत्ति अपने पुत्र के रूप में राम जैसा पुत्र को प्राप्त करना चाहते हैं क्योंकि वह अपने गुणो और कर्तव्य और शान्त स्वभाव के कारण अलग ही पहचान रखते थे।
हमारे धर्म ग्रंथ रामायण के विचार और श्लोक एक अद्भुत खजाना है। जो लोगों को धार्मिक, सदाचारी और कर्तव्य और माता-पिता की सेवा के प्रति जीवन जीने के लिए प्रेरित करते है ।
* Ramayana thoughts in hindi-
1. मां और मातृभूमि स्वर्ग से भी महान हैं।
2- बच्चों के लिए उस कर्ज को चुकाना मुश्किल है जो उनके माता-पिता ने उन्हें बड़ा करने के लिए किया है।
3- गलती करना मानव का स्वभाव है, ऐसा कोई भी नहीं है जिसने कभी कोई गलती ना की हो।
4- जो व्यक्ति उत्साहहीन, कमजोर और दुःख में डूबा रहता है, उसके प्रयास से कुछ भी अच्छा नहीं हो सकता और वह हमेशा दुखी रहता है।
5- दूसरों का धन चुराना, किसी दूसरे की पत्नी का लालच करना और मित्रों की सत्यनिष्ठा और चरित्र पर संदेह करना – ये तीनों ही व्यक्ति के विनाश की ओर ले जाते हैं।
6- जो कार्य होना निश्चित है उसे छोड़कर, जो व्यक्ति उस कार्य के पीछे भागे जो कार्य अनिश्चित है तो वह व्यक्ति उसके हाथ में आया कार्य भी खो देता है।
7- क्रोध वह शत्रु है जो किसी की जान ले लेता है। क्रोध बहुत तेज तलवार की तरह है। क्रोध सब कुछ नष्ट कर देता है।
8- शुभ कार्यों को यथाशीघ्र करना चाहिए और जितना हो सके अशुभ से बचना चाहिए।
9- दुख और विपदा जीवन के दो ऐसे मेहमान हैं, जो बिना निमंत्रण के ही आते हैं।
10- जो लोग हमेशा सत्य का पालन करते हैं वे झूठे वादे नहीं करते हैं। अपने वादों को निभाना, निश्चित रूप से, किसी की महानता की निशानी है।
11- सर्वनाश के प्रमुख 3 कारण इस प्रकार हैं- दूसरों के धन की चोरी, दूसरे की पत्नी पर बुरी नजर और अपने ही मित्रों के चरित्र व अखंडता पर शक।
12 - अपना जीवन त्याग देना कोई अच्छा फल नहीं देता, जीना जारी रखना आनंद और प्रसन्नता का मार्ग है।
14- पूरी दुनियां में पत्नियां और रिश्तेदार हो सकते हैं लेकिन हर जगह लक्ष्मण जैसा भाई नहीं हो सकता।
15- जो एहसान नहीं चुकाता वह मानवता के लिए कलंक है।
16- क्रोध वह दुश्मन है जो किसी की जान लेता है। दोस्त के चेहरे से गुस्सा दुश्मन है। क्रोध बहुत तेज तलवार की तरह है। क्रोध सब कुछ नष्ट कर देता है।
17- धर्म का ज्ञान रखने वाले लोग सत्य को ही सर्वोत्तम धर्म मानते हैं।
18- सुख और दुःख जीवन का हिस्सा हैं आप हमेशा प्रसन्न नहीं रह सकते अर्थात हमेशा प्रसन्न रहना कुछ ऐसा है जिसे प्राप्त करना कठिन है, प्रसन्नता और दुःख जीवन में आते-जाते रहते हैं और ऐसा नही हो सकता ही कि लगातार सिर्फ प्रसन्नता ही बनी रहे।
19- श्री राम जो कहते हैं वो करते हैं अर्थात श्री राम अपने वचन के पक्के (अटल वचन) हैं। वचन देने के बाद वो पीछे मुड़कर नहीं देखते।
20- जो व्यक्ति डरपोक और कमजोर होते हैं केवल वही चीजों को भाग्य पर छोड़ देते हैं। इसके विपरीत जो व्यक्ति मजबूत और आत्म-विश्वास रखने वाले होते हैं वो कभी भी भाग्य पर नहीं टिकते हैं।
21- जिस प्रकार एक वीणा अपने तार के बिना अधूरी है। एक रथ अपने पहियों के बिना अधूरा है। इसी प्रकार एक महिला सौ बेटे होने के बावजूद अपने पति के बिना अधूरी है। अर्थात कभी भी खुश नहीं रह सकती।
22- दुःख हमारा सबसे बड़ा दुश्मन है। एक दुःख साहस को नष्ट कर देता है। दुःख शिक्षा को नष्ट कर देता है। दुःख हर चीज़ को नष्ट कर देता है। दुःख से बड़ा कोई दुश्मन नहीं।
23- श्री राम एक आज्ञाकारी पुत्र थे। वे भरत से कहते हैं “चंद्रमा प्रकाश देना छोड़ सकता है, हिमालय बर्फ से बेफिक्र हो सकता है, सागर अपने तटों को बदल सकता है लेकिन मैं अपने पिता द्वारा दिए गए वादे का कभी उल्लंघन नहीं करूंगा।”
24- एक बुद्धिमान व्यक्ति को त्रासदी या दुर्भाग्य का पूर्वाभास करना चाहिए और हमले से पहले इस तरह की त्रासदी या दुर्भाग्य को रोकने या दूर करने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए। इस प्रकार केवल वही सुरक्षित और अच्छे जीवन का आनंद ले सकता है।
Ramayan के अनमोल विचार-
25- उत्साह सबसे बड़ी ताकत होती है। उत्साह से बड़ी कोई ताकत नहीं है। ऐसा कुछ भी नहीं है जो उत्साही लोगों के लिए इस दुनिया में प्राप्त योग्य नहीं है।
26- चाहे दुःख में हो या सुख में एक दोस्त हमेशा एक दोस्त का सहारा होता है।
27- एक बड़ा भाई और शिक्षक जो ज्ञान देते हैं वो धर्म के मार्ग पर चलते हुए, एक के पिता के रूप में माने जाते हैं।
28- वो व्यक्ति जो दूसरे को आशा देता है, पैसे या अन्य भौतिक चीज़ों के मदद करने का विश्वास दिलाता है या उस व्यक्ति की मदद करता है जिसने अतीत में उस व्यक्ति की मदद की थी। सामने वाले व्यक्ति को उम्मीद होने के बाद, अगर वह व्यक्ति अपना वादा नहीं निभाकर निराश करता है, तो वह इस दुनिया में सबसे बुरे व्यक्ति हैं।
29- समझदार पुरुष कहते हैं कि जीत की जड़ विद्वान और बुद्धिमान लोगों के साथ परामर्श और चर्चा है।
30- बादलों की गड़गड़ाहट जिसने अपना सारा पानी खर्च कर दिया है वह किसी भी बारिश का उत्पादन नहीं करता है। लेकिन वास्तव में बहादुर व्यर्थ में गर्जना नहीं करते हैं; वे कार्रवाई में भी अपनी वीरता दिखाते हैं।
31- धर्म को जानने वाले कहते हैं कि सत्य ही सर्वोच्च धर्म है।
32- उदास, निराश या हतोत्साहित ना होना हर तरह की समृद्धि और ख़ुशी का आधार है।
33- दूसरों का धन चुराना, किसी दूसरे की पत्नी को लालच देना और मित्रों की ईमानदारी और चरित्र पर संदेह करना – ये तीनों विनाश का कारण बनते हैं।
34- यदि उत्साह का साथ न छोड़ा जाए, तो इस दुनिया में कुछ भी दुर्लभ नहीं है।
35- जो लोग हमेशा सच्चाई का पालन करते हैं, वे झूठे वादे नहीं करते। एक वादे को निभाना, निश्चित रूप से, एक की महानता का प्रतीक है।
36- गुणवान महिलाओं के आँसू व्यर्थ में जमीन पर नहीं गिरते हैं। इसका मतलब है कि यह उन लोगों को नष्ट कर देंगें, जिन्होंने उन्हें इस तरह की पीड़ा दी थी जिससे आँसू बहाए जा रहे थे।
37- रावण को भगवान राम ने नहीं मारा था बल्कि उसके अहंकार, अनैतिकता और अधर्म ने नष्ट किया था।
38- जो व्यक्ति क्रोध में हैं वह इसमें अंतर नहीं कर सकता कि क्या बोला जा सकता है और क्या बोलने के योग्य नहीं है। ऐसा कोई अपराध नहीं है जो क्रोधित व्यक्ति नहीं कर सकता। ऐसा कुछ भी नहीं है जो वो नहीं बोल सकता। यानि क्रोध में व्यक्ति हर सीमा को लांघ सकता है।
39- जैसे कमल के पत्तों पर पड़ी पानी की बूँदें पत्तों से नहीं चिपकतीं, उसी प्रकार चरित्रहीन व्यक्तियों से होने वाली मित्रता होती है।
40- काम, क्रोध और लोभ – ये तीन सर्वशक्तिमान बुराइयां हैं।
41- धर्म इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह समाज का समर्थन या सम=र्थन करता है। एक देश के लोगों को एक साथ रखा जाता है और धर्म द्वारा निरंतर किया जाता है।
42- वे जो हेमशा सच्चाई का पालन करते हैं गलत वचन नहीं देते। अपना वचन निभाना, निश्चित रूप से एक महान व्यक्ति की निशानी है।
43- जो अपनों को छोड़कर दुश्मन के बीच चला जाता है, उसी के अपने पुराने साथी दुश्मन को मारने के बाद उसे भी मार डालते हैं !
44- जो लोग हमेशा सत्य का पालन करते हैं वे झूठे वादे नहीं करते हैं। अपने वादों को निभाना, निश्चित रूप से, किसी की महानता की निशानी है।
Positive thoughts in hindi -
45- श्रद्धा और विश्वास में बहुत बड़ी शक्ति है ।
46- राम नाम एक अमूल्य कीमती हीरा है ।
47- जिसने राम नाम को जान लिया उसने सब कुछ जान लिया।
48- राम नाम जपने से सब कुछ मिल सकता है बस जरूरत है सच्चे मन से प्रार्थना करने की।
49- राम नाम का जाप करना संपूर्ण पूजा है और खर्च कुछ भी नहीं होता।
50- भगवान राम हमेशा मेरे साथ हैं इस बात को हमेशा दृढता से पकड़ कर रखो।
51- हे राम मेरा कल्याण करो इस बार को हजार बार प्रतिदिन बोलो।
52- खुद का सुधार करना परिवार की सच्ची सेवा है।
53- दान जो भी दो दूसरों को
मालूम ना होना दो।
54 - जो पाना चाहते हो वह बांटना शुरू कर दो, दोगुना होकर मिलेगा।
55- सुख और दुख दोनों ही बेड़ियां हैं इंसान के लिए, एक लोहे की है दूसरी सोने की है।
56- मां बाप का उपकार बेटा हो या बेटी कभी भी वापस नहीं कर सकते।
57- सत्संग करना प्रभु को पाने के लिए पहली सीढ़ी है।
58- राम नाम मंत्र एक पारसमणी है।
59- यहां जो कुछ भी है वह सब कुछ भगवान का है यही सबसे बड़ी सच्चाई है।
60- सत्य बोलना यानि भगवान को खुश करने के लिए सबसे सरल उपाय है।
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