मोटापा कम करने के लिए जड़ी-बूटियाँ और डाइट प्लान: आयुर्वेदिक उपाय और सुझाव"
कुछ लोग बहुत ज़्यादा परेशान रहते हैं मोटापा को लेकर ,यह इंसान के लिए किसी बीमारी से कम नहीं है, पर ऐसा भी नहीं है कि मोटापे को कम नहीं कर सकते। मोटापे को कम करने के लिए थोड़ी सी मेहनत और अपने ख़ान पान पर ध्यान देने की ज़रूरत है।
आइए जानते ह इसके बारे में किस प्रकार अपनी डाइट प्लान बनाया और कौन सी ऐसी जड़ी बूटियों हैं जिनको अपनाकर हम अपने मोटापे को कम कर सकते हैं। बहुत सारे लोगों के अनुभव है मोटापा कम करना है कि यह कोई बीमारी नहीं है जिसको हम कम नहीं कर सकते । आइए जानते हैं विस्तार से
मोटापा कम करने के लिए जड़ी बूटियाँ-
* पिप्पली और हरड़ के चूर्ण को (बराबर मात्रा में लेकर बनाया गया चूर्ण) मट्ठा के साथ नियमित सेवन करें।
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* आटे की रोटी, हरी सब्जी का सेवन करें। एक-दो रोटी के साथ उबली हरी सब्जी, दाल, सलाद व मट्ठा (छाछ) लें।
* विडंग, नागरमोथा, हरड़ और अर्जुन की छाल का चूर्ण (समानुपात में) गौमूत्र के साथ सेवन करें। यह योग मोटापा, हृदय सम्बन्धी समस्याएँ, हाई कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज, लिवर वृद्धि आदि में रामबाण उपाय है।
*मोटापा के लिए डाइट प्लान कैसे करें-
नाशता कैसे करें- अंकुरित मुगं, मोठ,सोयाबीन व अलसी को मिलाकर किसी एक भि नींबू और हरी चटनी हरी चटनी डालकर सेवन करें। साथ में कोई भी एक मौसम फल या फिर जूस , दही भी ले सकते हैं
* शाम का नाश्ता- उबले भुट्टे या सब्जी का सूप, फलों का जूस, फ्रूट सलाद, वेजिटेबल सलाद कोई भी एक खाएँ।
दोपहर के भोजन कैसा करें-
मोटा आटा चोकर सहित उसकी रोटी बनाएं और साथ में हरी सब्जियों का सेवन करें रोटियां की संख्या बहुत ज्यादा ना हो एक या दो रोटी ही खाएं साथ में उबली हुई दाल सब्जी व सलाद और मटठे का सेवन करें
* रात का भोजन-
दलिया, खिचड़ी या दो चपाती और 1 कटोरी दाल या सब्जी, सलाद ले सकते हैं।
* मोटापा दूर करने का सबसे अच्छा इलाज है, भोजन कम और व्यायाम ज्यादा।
* मोटापानाशक चूर्ण कैसे बनायें -
वायविडंग, सोंठ,जवाखार, तीक्ष्ण लौह भस्म, सभी 10-10 ग्राम लेकर अलग-अलग खरल करें। फिर एक साथ मिलाकर एक घण्टा खरल करें।
मात्रा- 2-2 रत्ती सुबह-शाम शहद के साथ सेवन करें।
उपरोक्त योग सेवन के साथ- साथ भोजन के बाद तक्रारिष्ट बराबर पानी मिलाकर (20 मिली में 20 मिली पानी) लें तथा अर्जुनछाल से साधित गौदुग्ध का सेवन करें इसमें चीनी ना मिलाएँ, आप गुड़ या शक्कर मिला सकते हैं।
साथ ही रोजाना तेज गति से सुबह-शाम 2 से 3 किलोमीटर की सैर करना बहुत जरूरी है
मधुमेह रोगियों के लिए आयुर्वेदिक उपाय-
• गुड़मार, नीम, तुलसी, सदाबहार, बेल की पत्तियाँ 30-30 ग्राम (सदाबहार के फूल भी 30 ग्राम ले लें), जामुन बीज की गिरी 50 ग्राम, तज कलमी असली 20 ग्राम, वंशलोचन असली 20 ग्राम, जायफल, जावित्री, हरी इलायची 10- 10 ग्राम, तेजपात, करेला बीज, मामज्जक 30-30 ग्राम, सभी को सुखाकर कूट-पीसकर चूर्ण बना लो और रोजाना सुबह-शाम 3-3 ग्राम चूर्ण मट्ठे (दिन), गरम पानी (रात) से लें।
* खरैंटी जड़ीबूटी (बला) का काढ़ा बनाकर अथवा इसका अर्क निकालकर नियमित सेवन करने से डायबिटीज नियन्त्रित रहती
है।
वजन कम करने अपनी डाईट प्लान कैसे बनायें-यूँ तो आयुर्वेद में भोजन के पहले पानी पीना मना है। इससे भूख शान्त हो जाती है। लेकिन मोटे लोगों के लिए यही एक सूत्र चिकित्सा भी बन सकता है। भोजन के आधा घण्टा पहले टमाटर या लौकी का जूस या सूप गरम ही पिएँ।
गरमियों में नींबू पानी, शर्बत, मट्ठा आदि पिएँ- इससे भोजन की मात्रा कम हो जाएगी और आप भूखे भी नहीं रहेंगे।
* 5 ग्राम मूली के बीज महीन पीसे हुए गरम पानी से प्रातः काल लें।
* मोटापानाशक चूर्ण बनाने की विधि -
• जीरा, मैथी, अजवायन, सौंफ, बराबर मात्रा में लेकर पीस व छान कर शीशी में स्टोर कर लें, रोजाना सुबह खाली पेट 1 गिलास गरम पानी में आधा चम्मच चूर्ण और आधा चम्मच नींबू का रस मिलाकर सेवन करें
यही प्रयोग रात सोने से पहले या शाम को, रात का भोजन करने से 2 घण्टा पहले कर लें, एक माह में 2-3 किलो या कई बार इससे भी ज्यादा वजन घट जाता है। लेकिन फास्टफूड, कोल्डड्रिंक्स, पिज्जा, आइसक्रीम, चाट- समोसे, चावल, मीठा, चिकनाई वाले खाद्यों से पूरा परहेज रखना होगा।
• रोजाना सुबह-शाम एक गिलास गरम पानी में आधा नीबू नि पिएँ। पानी में चुटकीभर सैंधा नमक भी मिला लें या 1 चम्मच शहद भी मिला लें।
* 4 नग पिप्पली का चूर्ण शहद में मिलाकर खाएं।
* प्रतिदिन आधा लीटर जौ का पानी पिएँ।
• दो चम्मच करेले के रस में दो चम्मच नींबू का रस मिलाकर प्रतिदिन शहद मिलाकर खाये।
* 10 ml गन्ने का सिरका या 20 ml. सेब का सिरका एक कप पार्न किन है मिलाकर रोजाना पिएँ।
* तुलसी के पत्तों का रस 10-15 बूंदें प्रतिदिन शहद में मिलाकर लें।
निष्कर्ष-
इस प्रकार आप छोटे-छोटे उपाय करके अपने मोटापे को कंट्रोल कर सकते हैं मोटापा कोई बहुत बड़ा श्राप नहीं है जो कंट्रोल नहीं होता इसके लिए सबसे ज्यादा अपने जीभ को कंट्रोल करना है। जिस व्यक्ति ने अपने जीभ को कंट्रोल कर लिया उसका मोटापा अपने आप ही काम हो जाता है।
यह सब जानकारी आयुर्वेद के अनुसार लिखी गई है इसमें हमारा खुद को कोई योगदान नहीं है अगर आपकी समस्या बहुत ज्यादा गंभीर है तो आप अपने नजदीकी डॉक्टर से सलाह करें।
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