मस्सा शब्द का अर्थ है एक प्रकार की छोटी सी मास की बनी हुई एक तरह की गोली ( गाँठ), जो शरीर के किसी भी भाग पर हो सकती है।
यह विशेषकर चेहरे पर होने पर जयादा भद्दे लगते है जो हमारी सुन्दरता को कम कर देते है। मस्सा शरीर पर उभरा हुआ छोटा दाना होता है जो चर्मरोग के रूप में जाना जाता है। इसके कारण त्वचा पर पेपीलोमा वायरस का संक्रमण होता है।
शरीर पर मस्से कई प्रकार के होते हैं और इन्हें घरेलू उपायों से ठीक किया जा सकता है।
कुछ उपाय जैसे कि कपूर के तेल, कलौंजी, लहसुन, मौसमी रस, अलोवेरा, ग्वार पाठा, अंजीर , आलू का रस , प्याज चूना आदि इन मस्सों के उपचार में मददगार साबित हो सकते हैं। आइए जानते हैं मस्से को ठीक करने के लिए कुछ ऐसे घरेलू उपाय जिनको अपनाकर आप घर बैठे इस समस्या को ठीक कर सकते हैं हमारी कोई घर में बहुत सारी ऐसी सामग्रियां पाई जाती हैं जिनको अपनाकर हम यह छोटे-छोटे बीमारियों को खुद ठीक कर सकते हैं।
मस्सा शरीर पर कहीं भी हों खूबसूरती को कम कर देते हैं, विशेषकर चेहरे पर होने वाले मस्से। मस्सा (wart) शरीर पर कहीं कहीं काले रंग का उभरा हुआ मांस का छोटा दाना होता है जिसे हम चिकित्सा विज्ञान के अनुसार एक प्रकार का चर्मरोग माना जाता है।
यह लगभग सरसों , मूँग, बेर के आकार का होता है। यह हाथों और पैर पर होता है किन्तु शरीर के अन्य अंगों पर भी हो सकता है।
मस्सा शरीर पर कहीं भी हों खूबसूरती को कम कर देते हैं, विशेषकर चेहरे पर होने वाले मस्से। मस्सा (wart) शरीर पर कहीं कहीं काले रंग का उभरा हुआ मांस का छोटा दाना होता है जिसे हम चिकित्सा विज्ञान के अनुसार एक प्रकार का चर्मरोग माना जाता है।
यह लगभग सरसों , मूँग, बेर के आकार का होता है। यह हाथों और पैर पर होता है किन्तु शरीर के अन्य अंगों पर भी हो सकता है।
त्वचा पर पेपीलोमा वायरस के कारण छोटे खुरदरे कठोर गोल पिण्ड बन जाते हैं।
जिसे मस्सा कहा जाता हैं।
मस्से विषाणु संक्रमण से पैदा होते हैं। प्रायः ‘मानव पेपिल्लोमैविरस’ नामक विषाणु की कोई प्रजाति इसका कारण होती है। • लगभग दस प्रकार के मस्से होते हैं। मस्से संक्रमण (छुआछूत) से हो सकते हैं और शरीर में वहाँ प्रवेश करते हैं जहाँ त्वचा कटी-फटी हो। प्रायः ये कुछ माह में स्वयं समाप्त हो जाते हैं किन्तु कभी-कभी वर्षों तक बने रह सकते हैं या पुनः हो सकते हैं।
शरीर पर अनचाहे मस्सों के उग जाने से मन से बार बार यही आवाज आती है कि इन मस्सों से छुटकारा कैसे पाया जा सकता है। ये मस्से आपकी सुदरता में धब्बा बन कर आपको परेशान कर रहे हैं तो इन आसान उपायों की सहायता से आप इनसे छुटकारा पा सकते हैं।
जिसे मस्सा कहा जाता हैं।
मस्से विषाणु संक्रमण से पैदा होते हैं। प्रायः ‘मानव पेपिल्लोमैविरस’ नामक विषाणु की कोई प्रजाति इसका कारण होती है। • लगभग दस प्रकार के मस्से होते हैं। मस्से संक्रमण (छुआछूत) से हो सकते हैं और शरीर में वहाँ प्रवेश करते हैं जहाँ त्वचा कटी-फटी हो। प्रायः ये कुछ माह में स्वयं समाप्त हो जाते हैं किन्तु कभी-कभी वर्षों तक बने रह सकते हैं या पुनः हो सकते हैं।
शरीर पर अनचाहे मस्सों के उग जाने से मन से बार बार यही आवाज आती है कि इन मस्सों से छुटकारा कैसे पाया जा सकता है। ये मस्से आपकी सुदरता में धब्बा बन कर आपको परेशान कर रहे हैं तो इन आसान उपायों की सहायता से आप इनसे छुटकारा पा सकते हैं।
• चेहरे पर एक से ज्यादा वार्ट्स यानी मस्सा दिखाई देने पर खूबसूरती कम लगने लगती है। वैसे तो वार्ट्स शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकते है लेकिन चेहरे पर होने वाले वार्ट्स भद्दे लगने लगते है। इनसे छुटकारा पाने के लिए लोग न जाने क्या कुछ नहीं करते। अगर आप भी वार्ट्स से परेशान है तो इन घरेलू तरीकों से आप इनसे हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते है।
प्याज का रस और सफेद चुना-
प्याज का रस और थोड़ा सा सफेद चुना जो खाने में पान के लिए प्रयोग किया जाता है इन दोनों को मिला ले और माचिस की तिली की मदद से मससे के ऊपर लगाएं। यह प्रयोग लगातार दो-तीन दिन तक करते रहे धीरे-धीरे मस्सा जल जाएगा और कुछ ही दिनों में उसका निशान ठीक हो जाएगा।
सेब का सिरका-
सेब का सिरका मससों को ठीक करने के लिए एक प्राकृतिक उपाय है । रुई की मदद सिरके मससो पर लगाएं और कुछ देर सूखने दें यह प्रयोग लगातार दो-तीन दिन तक करने पर मससे जड़ से खत्म हो जाएंगे ।
कलौंजी के कुछ दाने सिरके में पीस कर मस्सों पर लगा कर सो जाए कुछ दिनों में मस्से कट जायेंगे।
• लहसून के एक टुकड़े को पीस लें, लेकिन बहुत महीन नहीं, और इस पीसे हुए लहसून को मस्से पर रखकर पट्टी से बांध लें। इससे भी मस्सों के उपचार में सहायता मिलती है।
• एक बूँद ताजे मौसमी का रस मस्से पर लगा दें, और इसे भी पट्टी से बांध लें। ऐसा दिन में लगभग 3 या 4 बार करें। ऐसा करने से मस्से गायब हो जायेंगे।
• बंगला, मलबारी, कपूरी, या नागरबेल के पत्ते के डंठल का रस मस्से पर लगाने से मस्से झड़ जाते हैं। अगर तब भी न झड़ें, तो पान में खाने का चूना मिलाकर घिसें और किसी नुकीली चीज पर रूई लपेटकर मस्सा पर लगा ले
• अम्लाकी को मस्सों पर तब तक मलते रहें जब तक मस्से उस रस को सोख न लें। या अम्लाकी के रस को मस्से पर मल कर पट्टी से बांध लें।
• कसीसादी तेल मस्सों पर रखकर पट्टी से बांध लें।
• लहसून के एक टुकड़े को पीस लें, लेकिन बहुत महीन नहीं, और इस पीसे हुए लहसून को मस्से पर रखकर पट्टी से बांध लें। इससे भी मस्सों के उपचार में सहायता मिलती है।
• एक बूँद ताजे मौसमी का रस मस्से पर लगा दें, और इसे भी पट्टी से बांध लें। ऐसा दिन में लगभग 3 या 4 बार करें। ऐसा करने से मस्से गायब हो जायेंगे।
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• अम्लाकी को मस्सों पर तब तक मलते रहें जब तक मस्से उस रस को सोख न लें। या अम्लाकी के रस को मस्से पर मल कर पट्टी से बांध लें।
• कसीसादी तेल मस्सों पर रखकर पट्टी से बांध लें।
• थूहर का दूध या कार्बोलिक एसिड सावधानीपूर्वक लगाने से मस्से निकल जाते हैं। -मस्सों पर अलो वेरा को दिन में तीन बार लगायें। ऐसा एक सप्ताह तक करते रहें, मस्से गायब हो जायेंगे।
• बेकिंग सोडा और अरंडी तेल को बराबर मात्रा में मिलाकर इस्तेमाल करने से मस्से धीरे-धीरे खत्म हो जाते हैं।
• हरे धनिए को पीसकर उसका पेस्ट बना लें और इसे रोजाना मस्सों पर लगाएं। • चेहरे को अच्छी तरह धोएं और कॉटन को सिरके में भिगोकर तिल-मस्सों पर लगाएं। दस मिनट बाद गर्म पानी से फेस धो लें। कुछ दिनों में मस्से गायब हो जाएंगे।
• रात को सोते वक्त और सुबह के समय मस्सों पर शहद लगाने के लाभकारी परिणाम मिले हैं।
• ग्वार पाठा (एलोवेरा) से मस्से की चिकित्सा की जा सकती है। एलोवेरा के रस में रूई का फ़ाया (काटन बाल) एक मिनट के लिये भिगोएं फ़िर इसे मस्से पर रखें और चिपकने वाली पटी ( टेप) से स्थिर कर दें। यह प्रक्रिया दिन में कई बार करना उचित है। 3-4 हफ़्ते में मस्से साफ़ हो जाएंगे।
• अंजीर मसलकर इसकी कुछ मात्रा मस्से पर लगाएं। 30 मिनट तक लगा रहने दें। फिर गुनगुने पानी से धो लें। मस्से खत्म हो जाएंगे।
घोड़े की पूंछ के बाल बांध ले -
घोड़े की पूंछ से कुछ बाल तोडकर मस्से को कसकर बांधकर छोड़ दे कुछ ही दिनों में मस्सा सुखाकर अपने आप झड जाएगा।
आलू का रस लगाये-
छोटे-छोटे नसों को ठीक करने के लिए आलू का रस भी बहुत अच्छा उपाय है। आलू को कद्दूकस करके उस का रस निकाल ले और फिर कॉटन की मदद से लगातार 1 सप्ताह तक मससो पर लगाएं ।
Medicine-
मस्से के लिए सबसे ज्यादा होम्योपैथिक दवाइयां कारगर साबित होते हैं। अगर यह सब उपाय करने के बाद आपके मससे ठीक ना हो तो इसके लिए किसी होम्योपैथिक डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
होम्योपैथिक में मस्से का इलाज बहुत ही आसानी से हो जाता है।
अगर आपकी समस्या बहुत ज्यादा गंभीर है तो फिर आप अपने नजदीकी त्वचा से संबंधित डॉक्टर से जरूर मिले।
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