* मेरे इश्क ने मुझे ऐसी सजा दी , कि अब किसी और सजा की जरूरत नहीं ...!!
read more- breakup and sad quotes in hindi
* तेरे इश्क की माला ऐसी बुराई ना मुझसे पहने गई, ना तोड़ी गई।
किसी की हंसी पर मत जाना साहब, हंसने वाले किरदार कभी किसी और को अपने दर्द बताते नही ..!!
* ऐ बेवफा सनम मेरी मजार पर
फुल मत चढाना, क्योंकि मरे हुए लोग फुलो को सुंघते नहीं...!
* फिक्र है तेरी इसमें कोई शक नहीं , तुझे कोई और देखे, यह मुझे बर्दाश्त नहीं...!!
* मौसम बदलते है मेरे शहर में भी, लेकिन उनमें कोई फेरब नही
वो अपना फर्ज निभाते है,
लेकिन तेरी तरह साजिश नही...!!
* हर किसी को खुशियाँ नसीब नहीं होती ,कई बार दिल कहीं और होते है, और जिस्म का हकदार कोई और होता है !
* बहुत दर्द हुआ जब वो खामोश हो गए...दिल भर आया जब वो जुदा हो गए करके वफ़ा कुछ दे न सके, पर बहुत कुछ साथ ले गए,जब वो बेवफ़ा हो गए !
* ग़म की आहट से अब दिल नहीं डरता नहीं ,जखमों को मरहम लगे या न लगे अब कोई फरक पड़ता नही..!!
* वो मिले भी तो क्या मिले बन के बेवफा मिले, इतने तो मेरे गुनाह ना थे
जितनी मुझे वो मुझे सज़ा दे गये ...!!
* रुशवा क्यों करें हम इश्क़ को,
जब मेहबूब मेरा बेवफा निकला,
इसमें इश्क़ का क्या गुनाह…।।
* हाल भी न पुछ सके वो हमे बेहाल देखकर, और हम कुछ न बता सके, उन्हें खुशहाल देखकर !
* तडफाने से अच्छा था गोली ही मार देते, यूँ पल पल तड़पाने की वजह से तो जान से ही मार देते ..!!
* अपनों के दिये हुए जख्म बहुत गहरे हो जाते है ,फिर वो किसी मरहम से ठीक होते ही नहीं , लाख कोशिश करने पर भी उनके निशान कभी जाते ही नहीं ...!!
*वापिस तो पा लेते अपने प्यार को हम, शहर में भीड़ इतनी भी न थी,
पर रोक दी तलाश हमने, ये सोचकर.....
क्योंकि अब वो दिल से किसी और के हो गये थे।
* नज़ारे तो बदलेंगे ही ये तो कुदरत है,अफ़सोस तो हमें तेरे बदलने का हुआ है !
* मत रख हमसे वफा की उम्मीद ऐ सनम,
हमने हर दम बेवफाई पायी है,
मत ढूंढ हमारे जिस्म पे जख्म के निशान,
हमने हर बार चोट दिल पे खायी है !
* वो मुझसे बिछड़ कर
अब तक नहीं रोया
कोई तो हमदर्द है उसका
जिसके लिए मुझ
कभी याद किया ही नहीं ...!!
* बहुत अजीब हैं ये मोहब्बत करने वाले,
बेवफाई मिले तो खुद रोते हैं
और वफा करो तो रुलाते हैं !
* तेरे बगैर किसी और को देखा नहीं तेरे दिये हुए फुल सूख गये लेकिन कभी फेंके नहीं...!!
* तुमसे अलग होना ज़रूरी हो गया,
क्यूँकि तेरा बेवफा होने का सबूत मिल गया.....
वफ़ा के तजुर्बे करते हुए उम्र गुजर दी हमने
पर अब तुझसे अलग होना ज़रूरी हो गया !
* मेरी आंखों से आंसू ही सूख गये,
ना सता मुझे इतना कि मेरी
साँसें ही रूठ जाए !
* कुछ दुर चलकर अचानक से जिन्दगी में एक मोड़ आ गया
जो कभी अपना था
वो किसी और का हो गया...!!
* अब क्या बताये उनकी बेवफ़ाई
कीस हद तक पहुँच गई थी ...
वो हमसे ही इत्र लगवाते रहे
किसी और पास जाने के लिए...!!
* दिल के दरिया में धड़कन की कश्ती है,
ख़्वाबों की दुनिया में यादों की बस्ती है,
मोहब्बत के बाजार में चाहत का सौदा है,
वफ़ा की कीमत से तो बेवफाई सस्ती है !
* उसका सब कुछ है, मेरे पास बस दवा-ए-दिल नही,
दूर वो मुझसे है,
पर, मैं उस से नाराज नहीं....
मोहब्बत अब भी करता है
वो मुझसे,लेकिन थोडा सा जिद्दी है
पर वो बेवफा नहीं
* ना जाने क्यूँ नज़र लगी ज़माने की
अब वजह नहीं है मेरे पास मुस्कुराने की
तेरा गुस्सा होना तो जायज़ था
हमारी आदत छूट गयी अब मनाने की !
* रिश्तों के लिहाज़ से कुछ नहीं है
तू मेरा !!
लेकिन समाज के लिहाज़ से सब कुछ है तु मेरा.. !!
* कैसे करूँ मैं साबित कि तुम बहुत याद आते हो , एहसास तुम समझते नही और अदाएं हमे आती नहीं... !!
* जिस शख्स की गलती , "
गलती ना लगे
उसे इश्क की किताब में
मोहब्बत कहते है.... ।
* सांसे लेती रही वो, हर रिश्ते को निभाती रही वो , लेकिन अंदर ही अदर मर रही थी वो ....!!
* इश्क़ हर किसी की समझ में कहाँ आता है..., ये तो दिलो की धडकन का एहसास है ...जो दुर रहकर भी रूह के पास है।
* अधूरी कहानी पर खामोश लबों का पहरा है, चोट रूह पर लगी है इसलिये दर्द जरा गहरा है ..."
* कभी मै हंसती ,कभी मै रोती
कुछ मर्ज ऐसे होते जिनकी कोई दवा नही होती...!!
* जब जी भर जाये तो बता देना ,हमें इनकार पसंद है, पर बेवफाई नहीं ।।
* माना की तेरी नज़र में कुछ नहीं हूँ मैं, मेरी कदर उनसे पूछ जिनको पलट कर नहीं देखा मैंने तेरे लिए...!!
* जिन्दगी गुजर रही थी, इम्तेहानों के दौर से ,एक से अभी उबरी नहीं, दुसरे ने आने में देर नहीं की...!!
* बेहद इश्क करना ही इबादत है,
और इश्क में धोखा ख़ाना जिन्दगी का सबसे बडा सबक है...!!
* तुम्हे देखकर कभी कभी
ये एहसास होता है ...
कि दुःख देने वाला भी
कितना ख़ास होता है...!!
* हर रोज बहक जाते हैं मेरे कदम ,
तेरे पास आने के लिये ...
ना जाने कितनो को मनाना पडेगा , तुझे पाने के लिये ....!!
* तुम मेरे हो, ये सिर्फ मेरा वहम था
आखों ने सब कुछ देख लिया ,
लेकिन उम्मीद अब भी बाकी थी
तेरे वापिस आने की ...!!
* दुआ करना कि अब ना मिले हम क्योकि मेरे जज्बातो को समझने लायक नही हो तुम ...!!
*अकेले हो तो अपने आप पर काबू रखो और जब सबके साथ बैठे हो तो जुबान पर काबू रखो..!!
* हर बार आपकी बात करते हैं, हर पल आपको महसूस करते हैं, इतनी बार तो आप सांस भी नहीं लेते होंगे जितनी बार हम आपको पाने के लिए खुदा से फरियाद करते हैं..!!
* जिनको दिल से चाहा था वही फासले बनाते गए हम तो तो पास आने की कोशिश में थे जाने क्यों वह दूरियां बढ़ाते चले गए हमें भी बहुत शोंक था इश्क के दरिया में तैरने का लेकिन एक खूबसूरत सी लहर ने ऐसा डुबोया कि अभी तक किनारा नहीं मिला..!!
* एक अच्छा इंसान अपनी वाणी और कर्मों से पहचाना जाता है ,वरना अच्छी बातें तो किताबों और दीवारों पर भी लिखी होती हैं..!!
* जीवन के इस रेस में खुद ही कृष्ण और खुद ही अर्जुन पढ़ना पड़ता है रोज अपनी लड़ाई अपनो से लड़ कर खुद ही महाभारत लड़ना पड़ता है ...!!
* ढूंढ लेना मेरे शब्दों की बारिश में सरेआम जो तेरा नाम लिख दिया तो आप बदनाम हो जाओगे..!!
हमें क्या पता वो भुल जयांगे हमें
इस कदर... कसूर उनका नहीं मेरा ही था ,जो एक बेवफा से प्यार किया था.
💔 तेरी बेवफाई का जख्म हरा रखना बहुत जरूरी था ,क्योंकि मेरा दिल तो मोम का था, वरना फिर से यह तेरे प्यार में पागल हो जाता और फिर तुझको अपनी बाहों में भर लेता...!!
मेरा प्यार सच्चा, तु झुठ का सौदागर था...खुदा के घर एक दिन तेरा मेरा हिसाब होगा, मेरा तराजू फिर से भारी होगा ...!!
हमें क्या पता वो भुल जयांगे हमें
इस कदर... कसूर उनका नहीं मेरा ही था,जो एक बेवफा से प्यार किया था...!!
💔 ये मेरा गुरूर था की तुम मेरे हमसफर थे, तुम चलते थे मेरे साथ किसी और की तलाश में...!!
💔 कहाँ से लाऊं वो शब्द जो तेरी तारीफ के क़ाबिल हो , कहाँ से लाऊं वो चाँद जिसमें तेरी खूबसूरती शामिल हो , ऐ मेरे बेवफा सनम एक बार तो बता दे मुझकों , कहाँ से लाऊं वो किस्मत जिसमें तू बस मुझे हांसिल हो...!!
💔 मेरे कलम से लफ्ज़ खो गए शायद आज वो भी बेवफा हो गए ,
शायद जब नींद खुली तो पलकों में पानी था, मेरे ख्वाब भी मेरी आखों पानी के साथ बह गये...!!
💔 कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी , कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी , पागलों की तरह चाहा जिसको , आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी...!!
💔 उस की आँखों में ,नजर आता था सारा जहाँ मुझ को , अफसोस उन आँखों में कभी , खुद को नहीं देखा मैंने...!!
💔 वो निकल गए मेरे रास्ते से इस कदर कि , जैसे कि वो मुझे पहचानते ही नहीं , कितने ज़ख्म खाए हैं मेरे इस दिल ने , फिर भी हम उस बेवफ़ा को बेवफ़ा मानते ही नहीं...!!
💔 ना लिख सकती, ना रो सकती कयोंकि तुने जो जख्म दिया...
💔 तुझ पर खुद से जयादा गुरूर था
पर कया करू अब वो भी किसी और का हो गया., मेरा गुरूर अब किसी और की बाहों मैं जाकर सो गया ...!!
💔 बहुत दुःख है, तेरी बेवफाई का कयोंकि इतना तो मैं शीसा भी नहीं देखती थी, जितना तुझे देखने के लिए बेताब थी ...!!
जो बेगानो मे आकर अपनी हर उम्मीद को मारती रही
अपने हर गम को छुपाकर हँसती और मुस्कुराती रही ...!!
कयोंकि बेवफाई जिन्दगी भर दर्द देती है ,लेकिन सच्चाई कुछ दिन दर्द देती है..!!
💔 ऐसी कौन सी कमी रह गयी थी मेरे प्यार मे जो गैरो के पास जाना पड़ा...,एक बार दिल से पुकारा तो होता
💔 इतने सताये हुए है कि मोहब्बत से
अब डर लगता है, कहीं फिर से मोहब्बत का कोई सौदागर बन हमें ठग न ले...!!
💔 मैं बेवफा नहीं थी, मेरी कुछ मजबूरियाँ थी,मेरे सामने इज़्ज़त की बेडियाँ थी ...!!
💔 बेवफा होने का दर्द कोई हम से पुछो ,इश्क किया और मिला भी नही
💔 मेरी लाडो किसी के कहने पर युही मिलने मत चली जाना
कयोंकि तुझे देखने वाली दिवारों के भी आंख और कान भी है...!!
💔 वफा से तो बेवफाई अच्छी है,
कम से कम उसमें सच्चाई तो है..!!
💔 काश ये खिलवाड़ नहीं किया होता, जान कहकर गैरो के साथ ना सोये होते...झुठ बोलकर हमें यु बर्बाद ना किया होता...
💔 एक बार सच्चाई कबूल
करके देख ले.....
कयोंकि खुदा के घर
तेरा मेरा हिसाब होगा
फिर तेरी हार और मेरी जीत होगी
अगले जन्म मे फिर कहीं
किसी मोड पर मुलाकात होगी
अब की बार मेरी बारी बेवफाई करने की होगी...!!
कयोंकि आप घर से भाग सकते हो, पर जो बुरे कर्म किये है उनसे नहीं
लोगों से भागना आसान है, लेकिन परमात्मा से नही
इसलिए जो बुरे कर्म किये है उनको मानने मे ही भलाई है
वरना वह समस्या एक दिन राई से पहाड़ बन जायेगी ...
💔 हमको इतना बुरा भी ना समझो तुम , तेरे मेरे बीच एक फर्क है, कि तुम्हे दर्द देने की आदत है, और मुझे दर्द लिखने की आदत है..!!
मगर मोहब्बत के साथ-साथ इज्जत बहुत कम मर्द देते हैं।
जो अपनी माँ बहन की इज़्ज़त करता हो वो बीवी की भी करेगा
जो अपनी माँ बहन का नहीं हुआ
वो किसी और की बेटी का कैसै होगा...!!
💔 हुस्न से ज़्यादा...आत्मा है मुझ में
कयोंकि मै माँ दुर्गा का सवरूप हूँ
काश तुने औरत की आत्मा को समझा होता...फिर शायद इतनी बड़ी गलती ना की होती...!!
लेकिन असली सच्चाई यही है कि मीठे को ज्यादा दिन तक रख नहीं सकते क्योंकि उसमें कीड़े पड़ जाते हैं और नमक कड़वा है पर उसमें कभी कीड़े नहीं पड़ते...!!
इन्हे दुख तो हर कोई दे देता है
पर इज़्ज़त बहुत कम लोग देते है
इसलिए भूलकर भी औरत की
कयोंकि उसकी दुआ लगे या ना लगे बददुआ जरूर लग जाती है...
कयोंकि जिस घर में ये जन्म लेती है वो घर भी फिर इनका नहीं रहता...!!
💔 तुम्हें मोहब्बत कहाँ थी तुम्हें तो सिर्फ आदत थी जिस्म से खेलने की
मोहब्बत होती तो हमारी आंख में पानी भी तुम्हें सुकून से जीने नहीं देता ....!!
💔 जो बीत गया है वो अब दौर नही आएगा ,इस दिल में तेरे सिवा कोई और न आएगा ,
जान फूंक दि हमने तेरे घर को अपना बनाने के लिए ,
पर हमें कया पता था कि घर का मालिक ही मेरा नही है
अब बस सासें चल रही है, उस दिन का इन्तजार जब तेरे हाथों अपनी
राख उठानी है ,
जिंदगी और कुछ नहीं जली हुई आग की यह अंत कहानी है ।
💔. बहुत उदास हूं तेरे जाने के बाद अगर हो सके फिर से लौट आना इन्तजार करता रहूँगा बरसों बाद
💔 . यह कैसी हसरत है कि मिटती ही नहीं जी भर के देख लिया फिर भी आंखें हटती ही नहीं..!!
💔.चलो कुछ पल सकुन से जिया जाए दुनियादारी से दूर अपनों के पास रहा जाए ...!!
💔.लोग कहते हैं जमीन पर किसी को खुदा नहीं मिलता शायद उन लोगों के अच्छा दोस्त नहीं मिलता ..!!
💔 तेरे इश्क में हमने कुछ इस तरह बर्बाद कर लिया अपना नाम भुलकर तेरा नाम याद कर लिया ...!!
💔. इश्क में लाखों मरते देखें पर कमबख्त इस बीमारी से किसी को पीछे हटते नहीं देखा...!!
💔. तेरा इस तरह हर बार मुस्कुराना और फिर से मुकर जाना समझ में नहीं आता प्यार है यह किसी बात की सजा ...!!
💔. तेरी मोहब्बत की तलब ना होती अगर तुम मुस्कुरा कर मेरे सामने ना आती..!!
💔. तेरे इश्क में कुछ इस हद से गुजर जाऊं कि इश्क को खुदा कहने लग जाऊं ..!!
💔.दिल की तमन्ना है कि तुझे बड़े करीब से देखूं पर ये आंखें तेरे पास आने से पहले ही शर्म आ जाती हैं ..!!
💔 तुझसे बिछड़ जाने का गम नहीं पर ऐसे तुम भूल जाओगे ये उम्मीद ना थी..!!
💔. मेरी चाहत का सिलसिला भी खत्म नहीं हुआ ना तुमने अपना बनाया ना हमने गैर समझा..!!
💔. तेरा मेरा अनजान सा रिश्ता पता नहीं कब शुरू हुआ और कब खत्म हो गया...!!
* मुझे इजाजत कहा कि मैं सुहाना मौसम देखूं तेरी यादों से फुर्सत हो तो जमाना देखूं ..!!
* तेरे इश्क ने ऐसा पागल किया बनना था शोहर बन गया शायर ...!!
* .सुनो तुम चाहे कहीं भी रहो लेकिन मेरे दिल में रहो ..!!
* . ऐसी एक शाम सबको नसीब हो हाथ में चाय का कप हो और सामने वाली छत पर महबूब हो..!!
* सड़क और शिक्षक दोनों एक जैसे होते हैं खुद जहां हैं वहीं पर रहते हैं मगर दूसरों को उनकी मंजिल तक पहुंचा ही देते हैं...!!
*.तुम्हें क्या पता हमारी सांसो में किस तरह बसते हो तुम, खुदा से डरते हैं वरना कह देते खुदा हो तुम..!!
Quotes-
जिंदगी एक ऐसी सजा सी हो गई रिश्तो के इस सागर में, मैं पानी की बूंद की तरह खो गई...!!
बहुत अच्छे लगते थे तुम मासूम चेहरे से ,पर हम ही पागल थे कि इस अदा पर मर गए,कयोंकि चेहरे से मासूम थे लेकिन दिल से नही ...!!
Quotes...
रिश्तो की इस दलदल से कैसे बाहर आऊ, अपनों की साज़िश सह नहीं पाती, बड़ी कशमकश से जिन्दगी गुजर रही है, जिन्दा रहूँ या मर जाऊँ, उसकी बेवफाई अब सहन नहीं होती...!!
Quotes...
दर्द इतना है कि जिंदा रहना मुश्किल है, पर उसकी कुछ ऐसी निशानी है मेरे पास जिसकी वजह से जीना पडता है..!!
Quotes...मैं करती थी प्यार जीसे अपने दिलो जान से आज वही अपनी जान लुटा रहा है, किसी अनजान पर..!!
Quotes....
औरत को प्यार करके उसके अरमानों के साथ मत खेलो, कभी कभी औरत के दिल से निकली बद्दुआ जिंदगी को ले उठती हैं..!!
Quotes....
जमाने को अच्छा समझा लेकिन वह चालबाज निकला अपने को अपना समझा लेकिन वह धोखेबाज निकला
Quotes....
ऐ बेवफाई करने वाले एक बात याद रखना, अगर तु किसी के साथ बेवफाई कर सकता है,ये दर्द तुझे भी मिल सकता है ..!!
0 टिप्पणियाँ