kalki 2898 AD review | कल्कि फिल्म रिव्यू हिन्दी मे | kalki 2898 AD film story |

फिल्म "कल्कि 2898 एडी" की समीक्षा- 

कलाकार: अमिताभ बच्चन, कमल हासन, दीपिका पादुकोण, प्रभास, राजेंद्र प्रसाद, शोभना, शाश्वत चटर्जी, दिशा पाटनी, आदि।

लेखक: नाग अश्विन, साई माधव बुर्रा

निर्देशक: नाग अश्विन

निर्माता: सी अश्विनीदत्त, प्रियंका दत्त, स्वपनादत्त

कहानी का सार

फिल्म "कल्कि 2898 एडी" की कहानी हमें भविष्य की काशी में ले जाती है, जब दुनिया में यही एकमात्र शहर बचा है। कहानी का नायक भैरव है, जिसे काशी का कोतवाल. माना जाता है। यह कहानी एक दार्शनिक और मिथकीय आधार पर आधारित है, जो हमें गीता के श्लोक और महाभारत के युद्ध के संदर्भ में एक नए अवतार की कथा सुनाती है।

कहानी का विस्तार

2898 की काशी में गंगा सूख चुकी है, हवा में ऑक्सीजन नहीं है और बरसों से बारिश नहीं हुई है। यहां भैरव और बुज्जी के बीच की ट्यूनिंग को दिखाया गया है। इस भविष्य की काशी में तीन तरह की दुनियाएं हैं: एक कॉम्पलेक्स जिसका संचालन सुप्रीम यास्किन के पास है, जो गर्भवती महिलाओं के भ्रूण से खुद को जीवित रखता है; एक वकांडा जैसी तकनीकी रूप से विकसित और छिपी हुई दुनिया; और काशी जिसमें भैरव रहता है।


फिल्म का आनंद और कमजोरियां

फिल्म के अंतिम घंटा भर में असली आनंद आता है, जब महाभारत की कहानी और भविष्य की कहानी का सेतु बनता है। हालांकि, कहानी की सबसे बड़ी कमजोरी यह है कि भविष्य की घटनाओं का कोई ठोस प्रस्थान बिंदु वर्तमान में नहीं है। दीपिका पादुकोण का किरदार सुमति नाम दर्शकों के साथ भावनात्मक जुड़ाव स्थापित करता है, और अमिताभ बच्चन का आठ फुट लंबा किरदार अश्वत्थामा फिल्म की असली ताकत  को दिखाता है।

विशेष उल्लेख-

फिल्म में मृणाल ठाकुर, रामगोपाल वर्मा, और एस एस राजामौली जैसे कलाकारों की विशेष उपस्थिति है। दुलकर सलमान ने भैरव को पालने वाले का किरदार निभाया है। फिल्म में अमिताभ बच्चन और प्रभास के द्वंद्व दृश्यों की ऊर्जा इसे अपने उपसंहार की तरफ ले जाती है।

निष्कर्ष

"कल्कि 2898 एडी" एक मनोरंजक फिल्म है जो बच्चों को महाभारत के दृष्टांतों के माध्यम से एक नया अनुभव प्रदान करती है। फिल्म की कमजोरियों में इसका संपादन, संगीत, और कुछ हॉलीवुड फिल्मों से मिलते-जुलते दृश्य शामिल हैं। हालांकि, फिल्म का दूसरा भाग और दीपिका पादुकोण की दमक इसे देखने योग्य बनाती है।

इसलिए अगर आप भी अपने बच्चों को इन कहानियों के बारे में बताना और चाहते हो तो इस तरह की फिल्में जरूर देखने जाएं, क्योंकि इसमें गीता से लेकर महाभारत तक का जिक्र किया गया है। महाभारत के कुछ सूत्र भी इस फिल्म में दिखाए गए हैं। 


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